Thursday, November 17, 2016

Tu chal तू चल

तू चल चल और चलता चला चल
मिलना है उसे , अभी, आज नहीं तो फिर कल।।
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तू चल तो सही राहे भी मिल जायेगी
आगे तो बढ़ 2 बांहे भी मिल जायेगी
यु थककर बेठ जाना सफर के लिए ठीक नहीं
मंजिल से पहले हार जाना ठीक नहीं
हिम्मत करने से रास्ते आसान होते है
जीतते वो हे जिनके इरादे पाषाण होते है
किस्मत का रोना रोया नहीं करते
मेहनत से मिलना हे तो उसे खोया नहीं करते
तो चल चल और चलता चला चल
मिलना है उसे, अभी, आज नहीं तो फिर कल
सफलता जब कदम तेरे चुम जायेगी
जमाने को तेरी तब कीमत समझ आएगी।।
तो मत कर वक्त बर्बाद जमाने को समझाने में
करदे आगाज सफर का तू अपने तराने में
तो चल चल और चलता चला चल
मिलना है उसे , अभी, आज नहीं तो फिर कल।।
रोहित नागर
Www.Bewithrohit.blogspot.in
www.kavirohit.wordpress.com

Thursday, October 13, 2016

दाग पे व्यंग

पहले धुलाई के लिए हिंदुस्तानी कम्पनियो ने विज्ञापन निकाले दाग छुप जाएंगे, दाग मिट जायेंगे
फिर विदेसी कम्पनिया आई और सोचने लगी के जब हम हमारे यहाँ के जिद्दी दाग हटा सकती है तो यंहा के क्यों नहीं और अपनी प्रचार लें राखी दाग का नामोनिशान नहीं रहेगा, जब पता चला के ये हिंदुस्तानी दाग हे संसद तक जिनकी पहुच हे उसे हटाना बस की बात नहीं तो तक हर कर उसे अपनी प्रचार लाइन बदलकर करनी पड़ी दाग अच्छे हे।

Saturday, October 01, 2016

जानम मेरी लाइफ लाइन हो तुम

By:-Rohit Sharma(9893444866):-

शादी से पहले
जानम मेरी लाइफ लाइन हो तुम
खुबसूरत बड़ी सुपर फाइन हो तुम
ध्यान से सुनो हर बात माय डिअर
देर ना लगाओ कम कम कम हियर
में करता हु प्यार यह कहता हु राईट
अच्छा नहीं लगे तो करना नहीं फाइट
मेरा लव सच्चा लगे
दिल को जो अच्छा लगे
तो एक फूल देना नहीं दिल तोड़ देना
जो दिल मेरा तोडा में जी नहीं पाउँगा
जीते जी में जानम घुट घुट मर जाऊंगा

शादी के बाद

जानम मेरी लाइफ लाइन हो तुम
बदसूरत बड़ी केसी डायन हो तुम
      सारे काम घर के मुझसे करवाती हो
बेठे बेठे आर्डर पे आर्डर दिए जाती हे
कहती हो फुर्सत नहीं हे तुम्हे काम से
मुझसे ही छोरी की चड्डी भी धुलवाती हो
      रोज रोज झगडे से मुझे डर लगता हे
      तेरा एक बार रोना २ हजार का पड़ता हे
अपने खटारे डाचे पे १५०० का मेकअप लगाती हो
५०० की होठ पे लिपस्टिक पोत जाती हो
इतना जला हे खून की एक दूकान खोल लेता

कोई तो पहले शादी के रुकजा  बोल देता 
By:-Rohit Sharma(9893444866):-

धीरे धीरे  से मेरी जिन्दगी में आना
धीरे धीरे से नरक बनाना
तुमसे डर लगता हे कितना जाने जाना
तुम जाओ मायके मिल जाये कोई बहाना
जब भी तुझे देखू मुझको कंही आराम नहीं
तेरे होंठो पे आर्डर के सिवा कोई काम नहीं
बन गया हु में घर का खानसामा
धीरे धीरे से नरक बनाना
तूने भी मुझको कितना सताया रातो में
और टट्टी की चड्डी गुड्डी की थमाई हाथों में
अब इसमें भी नागर केसा शर्माना

भुगतो अब आसां नहीं पिंड छुडाना 

माँ माँ ओ माँ ये केसी दिवाली हे

By:-Rohit Sharma(9893444866):-

माँ माँ ओ माँ ये केसी दिवाली हे
सबके घर उजाला हे, अपनी राते काली हे
माँ माँ
कितने दिन से पापा का देखा नहीं चेहरा यंहा
चलो चले ढूँढ लाते हे ऐसे जाके छुपे वो कहा
कहदो माँ पापा से ना खेले वो छुपन छुपाई
कितने बदल गए पापा उनको याद भी ना आई
कितने निष्ठुर हो पापा, क्या नै दुनिया बनाली हे
माँ माँ
मेरे लिए कुछ मत लाना , जितना जल्दी हो घर आना
हो गया बड़ा अब में पापा,खाता हु खुद से खाना
आजाओ ना पापा आजाओ , अपने गले लगा जाओ
माँ से झगड़ा भी नहीं करता, फिर भी रहता हु डरता
साथ आपका जरुरी हे ईएसआई क्या मज़बूरी हे
इतनी क्यों ये दुरी हे, हसरते मेरी अधूरी हे
आजाओ ना पापा आजाओ
बेटे को इतना भी न रुलाओ
कहदो माँ तुम पापा से आजाये दिवाली हे
सबके घर उजाला हे अपनी राते काली हे

और अगर माँ का जवाब सुन के कुछ अहसास हो तो तालियों में आभास उन तक पहुचाये

सैनिक का बेटा हे तू वीर की सन्तान हे
अपनी मात्रभूमि के हित पिता हुए कुर्बान हे
लाज बचने भारत माँ की पिता गए थे सरहद पर
लाज न लुटने दी माकी अपने जीते जी हरहद पर
धोके से गोली ने तेरे पिता के प्राण लिए
वंही तिरंगा गडा हुआ हे जंहा पिता ने प्राण दिए
उसी तिरंगे में लिपटे पापा तेरे बलिदान हुए
भारत माँ की लाज बचाने पापा तेरे कुर्बान हुए
अगली चार लें में आप उस माँ का संकल्प देखिये
तू सैनिक का बेटा हे तुझे सेना में जाना
उनका बचा हुआ सपना तुझे आगे बढ़ाना हे
अपनी राते काली हे
नहीं कोई दिवाली हे
हमसे ही तो हर घर में बेटा आज दिवाली हे:
जय हिन्द जय भारत


बहुत हो चूका उठ जंवा जंग का एलान कर

By:-Rohit Sharma(9893444866):-

बहुत हो चूका उठ जंवा जंग का एलान कर
दुश्मनों को दे मसल चल तू सीना तानकर
            अब सब्र से ना काम ले, तू हाथ तीर बाण ले
बनके राम कृष्णा तू दुष्टों का संहार कर
मौत से ना डर जंवा मौत तेरी मीत हे
देश रक्षा के हित मौत में भी जीत हे
            देख तू आतंक को, मानवता के अंत को
            बनके अभिमन्यु तू चक्र्यव्युह का नाश कर
दुश्मनों.....
ना शांति अंत आतंक का, बस क्रांति अंत आतंक का
भगत सिंह आजाद सी अपनी भी मिसाल कर

            दुश्मनों .....

कारगिल क्या हर युध में हमने दी हे मात

By:-Rohit Sharma(9893444866):-

कारगिल क्या हर युध में हमने दी हे मात
फिर भी नहीं माना रे तू उल्लू की जात
किसने कहा तुझसे भारत बिखरा पड़ा हे
सेना के पीछे देख सारा भारत खड़ा हे
पाक नहीं नापाक हे तू सही हे ये बात
तू लातो का भुत हे क्या तुझसे करना बात
            देख अभी भी वक़्त हे मान हमारी बात
            कल का सूरज न देख सकेगा सोंच्ले सारी रात
तूने नहीं देखा हमें ऊँची हमारी शान
हम जब तक लड़ते रहे जब तक बाकी हे जान
            तूने क्या समझा हमें हर वक्त शांति का दूत
            हमने भी अब सोंच लिया तू हे लातो का भुत
मेरा भारत शांति का दूत कहाता
इसलिए कोव्वे तू हमें आँख दिखाता
            अब तेरी दाल नहीं गलने देंगे
            तेरी धांधली नहीं चलने देंगे
नको चने चबवा देंगे
नहीं छोड़ेंगे जो दगा देंगे
            हम चाहे हो हिन्दू मुस्लिम
हम चाहे हो सिख इसाई
सबसे पहले हिन्दुस्तानी
नहीं हमने कभी मुह की खाई


जय हिन्द

Saturday, February 20, 2016

राष्ट्र प्रथम

आज ये ब्लॉग लिखते वक़्त मेरे मन में क्रोध, देश के लिए करुणा, देश द्रोहियो के लिए आक्रोश, तथाकथित बुद्धिजीवियो अति सहिष्णु पत्रकार व् मिडिया के लिए तरस हे।

केसी आज़ादी चाहिए हमें और किस से चाहिए वो आज़ादी, किस कीमत पर चाहिए वो आज़ादी?

जो देश विरोधी हरकते कर रहे हे क्या उन्हें इस बात का जरा भी अंदाजा नहीं हे की जिस तिरंगे की वो इज्जत नीलाम कर रहे हे उसी तिरंगे के लिए कितने शहीदों ने बलिदान दिए हे।

क्या भगत सिंह ने क़ुरबानी मजाक में दी थी,
आज़ाद ने गोली अपने आप को मारी थी क्यों क्योंकि वो दुश्मन के हाथों नहीं मरना चाहते थे, तो सोंचो उस माँ भारती पर क्या गुजरती होगी जब उसका ही खून उसी के टुकड़े करने की बात करता हे।

वकीलो ने जो किआ वो ठीक किया कोई तो मर्द हे जो अपनी माँ के लिए गाली नहीं सुन सकता,
आप जिसे चाहे गाली दो देश के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति सुप्रीम कोर्ट, आप आज़ाद जो हो , वो भी भारत देश के आज़ाद,

लेकिन साब इतने भी आज़ाद मत बनो के माँ भारती को गाली दो,
कल जनरल बक्शी साहब रोने लगे थे कितना दर्द होता होगा जवानो को जो अपनी जान की बाजी लगाते हे, किन के लिए हमारे लिए और हम जो की आज़ाद हे उनकी क़ुरबानी को गाली दे,
साब आप कभी एक रात ठण्ड में बिना कम्बल के सो जाना तब समझ में आएगा के सियाचिन में वो बर्फ की चादर कैसे ओढ़कर सोते होंगे,

और नेता जी आप देश की जनता की सेवा के लिए हे आप को जनता ने चुना हे देश का मान सम्मान बढाने के लिए आप देशद्रोहियो के हितेषी बन जाते हे सिर्फ कुछ वर्ग विशेष का वोट पाने के लिए, लानत हे आपकी ऐसी ओछी राजनीति पर।

कुछ पत्रकार का वा मीडिया तो इतना सहिष्णु हे की कोई इनकी माँ को गाली दे तो ये उसे भी इनाम और मान सम्मान देने चले जाते हे, क्यों क्योंकि उसके लिए भी इन्हें पैसा जो मिलता होगा।

क्रोध में कुछ अनर्गल लिखने से बेहतर हे के अपने शब्दों को विराम दू और बस यही कामना और दुआ करता हु के ज्यादा समझदार लोगो को थोड़ी सद्बुद्धि दे।

जो भरा नहीं हो भावो से, बहती जिसमे रसधार नहीं
वो ह्रदय नहीं हे पत्थर हे जिसमे स्वदेश का प्यार नहीं।।
।।जय हिन्द जय भारत।।

Wednesday, January 27, 2016

ऐसा कोई दिन

ऐसा कोई दिन ना आये
मुझसे तू जुदा हो जाये

वो दिन आने से पहले
रब्बा मेरी जान चली जाये

सांसो में तू हरदम मेरे
फूलो के जेसी महका करे

दिल में मेरे दिलबर सनम
बनके धड़कन धडकती रहे

कोई भी पल ऐसा न हो
जब साथ मेरे ना तेरा साथ हो

साथ साथ ये सफर निकल जाए
कोई।।।।।


माँ माँ ओ माँ ये केसी दिवाली हे

By:-Rohit Sharma(9893444866):- माँ माँ ओ माँ ये केसी दिवाली हे सबके घर उजाला हे, अपनी राते काली हे माँ माँ कितने दिन से पापा का दे...