By:-Rohit Sharma(9893444866):-
माँ माँ ओ माँ ये केसी दिवाली हे
सबके घर उजाला हे, अपनी राते काली हे
माँ माँ
कितने दिन से पापा का देखा नहीं चेहरा यंहा
चलो चले ढूँढ लाते हे ऐसे जाके छुपे वो कहा
कहदो माँ पापा से ना खेले वो छुपन छुपाई
कितने बदल गए पापा उनको याद भी ना आई
कितने निष्ठुर हो पापा, क्या नै दुनिया बनाली हे
माँ माँ
मेरे लिए कुछ मत लाना , जितना जल्दी हो घर आना
हो गया बड़ा अब में पापा,खाता हु खुद से खाना
आजाओ ना पापा आजाओ , अपने गले लगा जाओ
माँ से झगड़ा भी नहीं करता, फिर भी रहता हु डरता
साथ आपका जरुरी हे ईएसआई क्या मज़बूरी हे
इतनी क्यों ये दुरी हे, हसरते मेरी अधूरी हे
आजाओ ना पापा आजाओ
बेटे को इतना भी न रुलाओ
कहदो माँ तुम पापा से आजाये दिवाली हे
सबके घर उजाला हे अपनी राते काली हे
और अगर माँ का जवाब सुन के कुछ अहसास हो तो तालियों में
आभास उन तक पहुचाये
सैनिक का बेटा हे तू वीर की सन्तान हे
अपनी मात्रभूमि के हित पिता हुए कुर्बान हे
लाज बचने भारत माँ की पिता गए थे सरहद पर
लाज न लुटने दी माकी अपने जीते जी हरहद पर
धोके से गोली ने तेरे पिता के प्राण लिए
वंही तिरंगा गडा हुआ हे जंहा पिता ने प्राण दिए
उसी तिरंगे में लिपटे पापा तेरे बलिदान हुए
भारत माँ की लाज बचाने पापा तेरे कुर्बान हुए
अगली चार लें में आप उस माँ का संकल्प देखिये
तू सैनिक का बेटा हे तुझे सेना में जाना
उनका बचा हुआ सपना तुझे आगे बढ़ाना हे
अपनी राते काली हे
नहीं कोई दिवाली हे
हमसे ही तो हर घर में बेटा आज दिवाली हे:
जय हिन्द जय भारत
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