Sunday, November 15, 2015

जिंदगी का गुरुर

जिंदगी तुझे गुरुर हे में जानता हु।
मेरा जिना एक मज़बूरी हे मानता हु।
तेरी रहमत अगर होती तो ये रास्ते रास आते
तेरी रहमत अगर होती तो वो भी पास आते
क्यों हर बार तेरी चोखट पे मायूसी ही हाथ आई
क्यों कोई शक्ल नही ऐसी जो कभी साथ आई
मौत भी कही अच्छी हे तेरे गुरुर से
कोई लालच नहीं इसे तेरे सुरूर से
तू लालच दिखा के मजबूर करती हे
वो दुनिया के हर लालच से दूर करती हे
तुझे जीने का अगर अंदाज बदल जायेगा
तेरा गुरुर पल भर में निकल जायेगा।
अब तुझसे मायूस लोगो को में तुझसे जीतना सिखाऊंगा
तुझसे जो हारे में उसे जिताऊंगा।।।

माँ माँ ओ माँ ये केसी दिवाली हे

By:-Rohit Sharma(9893444866):- माँ माँ ओ माँ ये केसी दिवाली हे सबके घर उजाला हे, अपनी राते काली हे माँ माँ कितने दिन से पापा का दे...