Friday, March 31, 2017

नारी शक्ति

नवरात्रि के पावन पर्व की शुभकामनाएं
विश्वास है नारी शक्ति का सम्मान होगा।।
जय अम्बे जय दुर्गे
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किसी को देख के रोता कोई खुश हो नहीं सकता।
जो ओरो को रुलाता हे वो इंसा हो नहीं सकता।
केसा मर्द होगा वो जो बेटी को सताता है
हवस की आग में कैसे बहन को भूल जाता है।
बता नागर रहम इनपर कम हो नहीं सकता
किसी को देख के रोता कोई खुश हो नहीं सकता।

शांत हे तो शांति हे, क्रोध हे तो वो काली हे
वो जिस रूप में भी हे शान घर की निराली है
पढ़ने दो जीने आगे उसको बढ़ने दो
क्या इंसानो से इतना भी करम अब हो नहीं सकता
किसी को देख के रोता कोई खुश हो नहीं सकता।

कवि रोहित नागर

माँ माँ ओ माँ ये केसी दिवाली हे

By:-Rohit Sharma(9893444866):- माँ माँ ओ माँ ये केसी दिवाली हे सबके घर उजाला हे, अपनी राते काली हे माँ माँ कितने दिन से पापा का दे...