Thursday, September 17, 2015

मेरी कलम

मुझे चिंगारियों से न डराओ लोगो
में अपना घर खुद जलाकर आया हु

मेरी कलम

आज आओ हम हुनर आजमाते हे
तुम अपना गुमान आजमाओ
में अपना सब्र आजमाता हु
तुम अपना गुरुर आजमाओ
में अपना इन्तहा आजमाता हु

माँ माँ ओ माँ ये केसी दिवाली हे

By:-Rohit Sharma(9893444866):- माँ माँ ओ माँ ये केसी दिवाली हे सबके घर उजाला हे, अपनी राते काली हे माँ माँ कितने दिन से पापा का दे...